Maha Kumbh Stampede: कांग्रेस ने उठाया महाकुंभ में भगदड़ का मुद्दा, सरकार पर लगाया लापरवाही का आरोप

कुंभ मेले में भगदड़ की घटना को लेकर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने महाकुंभ में अपने प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द करने के बाद भगदड़ में लापता लोगों की तेजी से तलाश कराने की मांग उठाई है। कांग्रेसियों ने सभी जिला मुख्यालयों में पहुंचकर मुद्दे को उठाया और अधिकारियों को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महाकुंभ में भगदड़ की घटना को मुद्दा बनाकर कांग्रेस राज्य सरकार को घेरने का प्रयास कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने महाकुंभ में अपने प्रस्तावित कार्यक्रम को रद करने के बाद भगदड़ में लापता लोगों की तेजी से तलाश कराए जाने की मांग उठाई है।
कांग्रेसियों ने सभी जिला मुख्यालयों में पहुंचकर मुद्दे काे उठाया और अधिकारियों को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। कांग्रेसियों ने घटना में जान गंवाने वालों व घायल श्रद्धालुओं की सूची जारी किए जाने की मांग उठाई है।
कांग्रेस का आराेप है कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व से पूर्व प्रशासनिक लापरवाही व अव्यवस्था के कारण भगदड़ मची, जिसमें कई श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई।
अब तक घटना में जान गंवाने वालों व घायल हुए श्रद्धालुओं की सूची जारी नहीं की गई है।
अजय राय ने कहा कि कई श्रद्धालु लापता हैं, जिनकी तलाश में तेजी लाई जानी चाहिए।
सरकार अविलंब जान गंवाने वालों व घायल श्रद्धालुओं की सूची जारी करे। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सरकार से लगातार सवाल करेगी।
पार्टी पीड़ितों की हर संभव मदद करेगी।
महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौत को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन
महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौत को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन
वहीं, सुलतानपुर में प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौत को लेकर कांग्रेसियों ने मंगलवार को नाराजगी व्यक्त की।
प्रदर्शन करते हुए लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। घटना में मारे गए व घायल हुए श्रद्धालुओं की सूची सार्वजनिक करने, पीड़ितों को मुआवजा देने के संबंध में राज्यपाल को संबोधित एक मांग पत्र एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी को दिया।

कार्यकर्ताओं ने माैनी अमावस्या पर्व के दौरान हुई घटना के लिए शासन व प्रशासन के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि सभी की घोर लापरवाही सामने आई है।
संगठन के निवर्तमान जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि अधिकारी अपनी नाकामी छिपाने के लिए मृतकों व घायलों की वास्तविक संख्या छिपा रहे हैं।तमाम पीड़ित परिवार अपनों को अभी भी खोज रहे हैं।
उनका पता नहीं चल पा रहा है। वहां दावों के विपरीत सुविधाएं नजर आईं। सभी अधिकारी केवल वीआइपी व्यवस्था में लगे रहे। कार्यकर्ताओं ने वीआइपी व्यवस्था बंद कराने की मांग की।
मृतकों के पीड़ितों को 50- 50 लाख व घायलों को दो- दो लाख रुपये दिए जाने की मांग की। इस दौरान निवर्तमान शहर अध्यक्ष शकील अंसारी, नफीस फारुकी, अपरबल सिंह, पवन मिश्र, निकलेश सरोज, मीनू यादव, शीतला शाहू, हरीश त्रिपाठी, श्रीराम यादव, इमरान अहमद, ओम प्रकाश शर्मा, अमोल बाजपेयी, अवधेश गौतम आदि रहे।