गाजियाबाद के पूर्व सांसद,जनरल वीके सिंह बने मिजोरम के 25वे राज्यपाल।


गाजियाबाद/कपिल गर्ग
सेना प्रमुख और गाजियाबाद के पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बृहस्पतिवार को मिजोरम के नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली। मिजोरम को 1987 में पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद से सिंह 25वें राज्यपाल बने हैं।गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विजय बिश्नोई ने गुरुवार को सेना के पूर्व अध्यक्ष और गाजियाबाद से लोकसभा सांसद रहे वी.के.सिंह को मिजोरम के राज्यपाल के रूप में शपथ दिलाई। आइजोल के राजभवन में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री लालदुहोमा, उनकी कैबिनेट के सहयोगी मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष लालबियाकजमा, उपाध्यक्ष लालफामकिमा, सांसद, विधायक, वरिष्ठ नौकरशाह और शीर्ष पुलिस अधिकारी शामिल रहे।
गणमान्य लोग रहे कार्यक्रम में उपस्थित
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री लाल थनहवला और जोरमथांगा के अलावा चर्च के नेता और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 24 दिसंबर को वीके सिंह को राज्यपाल नियुक्त किया था। शपथ ग्रहण समारोह पहले 9 जनवरी को होना था, लेकिन सिंह के एक रिश्तेदार की स्वास्थ्य समस्याओं के कारण इसे 16 जनवरी तक के लिए टाल दिया गया था।
संक्षिप्त जीवन प्रकाश
वर्ष 1951 में जन्मे सिंह ने 2010 से 2012 तक 24वें सेनाध्यक्ष के रूप में सेवाएं दीं। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद, वह 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए और उस वर्ष के आम चुनाव में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए। 2019 में वह उसी सीट से फिर चुने गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विदेश राज्य मंत्री, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और सांख्यिकी तथा कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वह सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा नागरिक उड्डयन मंत्रालयों में राज्य मंत्री थे।गौरतलब है कि जनरल वी.के.सिंह ने गाजियाबाद से दो बार सांसद रहने के दौरान दिल्ली से सटे जनपद को विकास की कई सौगातें दी हैं। इनमें एनएच-9 के विस्तार के अलावा गाजियाबाद विधानसभा के एक बड़े हिस्से को पुराने शहर से जोड़ने के लिए रेल ट्रैक पर बना करोड़ों की लागत वाला आरओबी प्रमुख है।