नए साल में मिलेगा DTC का तोहफा, नहीं काटने होंगे संभागीय परिवहन विभाग के चक्कर रिपोर्ट– कपिल गर्ग

जहां संभागीय परिवहन विभाग ने 58 सेवाएं फेसलेस कर दी हैं वहीं आगामी 2025 के पहले महीने में आवेदकों को डीटीसी (driving training centre) का तोहफा मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं। डीटीसी केंद्र शुरू होने के बाद आवेदकों को आरटीओ दफ्तर के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिले में अमूमन रोज लगभग 500 से ज्यादा स्थाई लाइसेंस के आवेदन किए जाते हैं। जो कि अब डीटीसी के माध्यम से ही आवेदन होंगे मोरटा और गुलधार के बीच में बना नया ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र अपने आप में एक अलग प्रयास है सुविधाओं को सुगम बनाने का ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही शासन से नई गाइडलाइन आते ही इसे संचालित कर दिया जाएगा। इस नए केंद्र में हल्के वाहन मध्य वहन एवं भारी वाहनों को संचालन करने का प्रशिक्षण नई तकनीक से दिया जाएगा। इस केंद्र में आवेदकों को 29 घंटे का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है। इसी के साथ-साथ एटीएस यानी ऑटोमेटिक टेस्टिस स्टेशन को शुरु करने की तैयारी भी की जा रही है। व्यावसायिक वाहनों को प्रति 3 वर्ष और 8 साल के बाद प्रति 2 वर्ष के बाद फिटनेस करवानाअनिवार्य है। ई-रिक्शा और ईकार्ट के वाहनों को प्रति 3 वर्ष के बाद फिटनेस करवाना अनिवार्य है। अभी तक एक ही फिटनेस सेंटर होने के कारण आवेदकों की शिकायतें आरटीओ विभाग तक पहुंच रही थी लेकिन ऐसी उम्मीद है कि जल्द ही दो नए फिटनेस स्टेशन का तोहफा जिले को मिलेगा ऐसा बताया जा रहा है कि केंद्र को लेकर शासन की गाइडलाइन आने के बाद इन्हें पूर्ण रूप से संचालित कर दिया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि इन दो नई सेवाओं में बढ़ोतरी होने के बाद आवेदकों को राहत मिलेगी और आरटीओ पर आवेदकों का जमावड़ा काम होगा और लाइसेंस आवेदन की प्रक्रिया पहले से और अधिक सम और सरल होगी